Barabanki News: कृषि विज्ञान केंद्र हैदरगढ़ में किया गया किसान दिवस का आयोजन

बाराबंकी। दिनांक  18.12.2024 को अपरान्ह 12:00 बजे से कृषि  विज्ञान केन्द्र, हैदरगढ़, बाराबंकी के सभागार में माह दिसम्बर, 2024 के किसान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें  माननीय जिला पंचायत सदस्य श्री राम बरन वर्मा, प्रगतिशील कृषक राम किशोर  पटेल, बृज लाल, उप कृषि  निदेशक, बाराबंकी श्रवण कुमार,कृषि  विज्ञान केन्द्र के प्रभारी, डा0 अश्वनी कुमार सिंह, जिला कृषि  अधिकारी, बाराबंकी राजित राम, जिला कृषि  रक्षा अधिकारी, बाराबंकी विजय कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी, गोमती सौरभ कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, डा0 धीरेन्द्र सिंह के साथ ही कृषि  एवं सम्वर्गीय विभागों के जनपदस्तरीय अधिकारीगण एवं विभिन्न विकास खण्डों के प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे। किसान दिवस में सर्वप्रथम उपस्थित अधिकारियों एवं कृषकों द्वारा कृषि  विज्ञान केन्द्र पर प्रदर्शित  तकनीकी खेती का भ्रमण एवं अवलोकन किया गया। कृषि  वैज्ञानिकों द्वारा रबी फसलों की उच्च उत्पादन तकनीकी के सम्बन्ध में मौके पर अवगत कराया गया। इसके उपरान्त कृषि  विज्ञान केन्द्र के सभागार में सर्वप्रथम जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि  अधिकारी, सहायक निबन्धक सहकारी समितियां, जिला कृषि  रक्षा अधिकारी एवं उप कृषि  निदेशक, बाराबंकी द्वारा अपनी विभागीय योजनाओं एवं योजनाओं के अन्तर्गत अनुमन्य सुविधाओं एवं अनुदान के सम्बन्ध में कृषकों को विस्तार से जानकारी दी गई। 

इसके उपरान्त उप कृषि  निदेशक, बाराबंकी द्वारा विगत किसान दिवस में कृषकों द्वारा प्रस्तुत शिकायतों के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों की अनुपालन आख्या से अवगत कराया गया। इसके उपरान्त कृषकों द्वारा विभिन्न विभागों से सम्बन्धित अपनी शिकायतें प्रस्तुत की गई, जिसमें मुख्य रूप से नहरों की सफाई में गुणवत्ता का ध्यान न रखे जाने तथा निकाली गई सिल्ट को सही शेप में न किये जाने के सम्बन्ध में अनुरोध किया गया कि नहरों की सफाई का सत्यापन कराकर गुणवत्ता सही पाये जाने पर ही सम्बन्धित ठेकेदार को भुगतान किया जाये। यह भी अनुरोध किया गया कि पूर्व में जनपद में अमूल दूध डेयरी के कलेक्शन  सेन्टर द्वारा कृषकों से दूध संकलित किया जाता था किन्तु दूध के मानक में 5 मानक की कमी होने पर भी दूध का मूल्य रू0 25/- प्रति किग्रा0 के स्थान पर रू0 05/- प्रति किग्रा0 भुगतान किया गया है जबकि स्वयं वही दूध सामान्य दूध के मूल्य पर ही विक्रय किया जाता है। अतः प्रभावित दुग्ध उत्पादकों को अन्तर की धनराशि का भुगतान कराया जाये। सभी अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि कृषकों द्वारा उठाई गई समस्याओं का यथासम्भव समय से निस्तारण सुनिश्चित  कराया जायेगा।

रिपोर्ट-एस के सिंह