आज़ादी के 78 साल बीत जाने के बाद भी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं।

आज़ादी के 78 साल बीत जाने के बाद भी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है, ये कैसी आज़ादी है 78 साल के बाद भी लड़कियां अकेली बाहर नहीं जा सकती।

लोगों की जान बचाने के लिए वह उस रात को अस्पताल में ON Call ड्यूटी पर थी, लेकिन अपने आसपास के दरिंदो से वह खुद को बचाने में नाकाम रही।

उसके पिता ने अपने बेटी को नग्न अवस्था में फर्श पर पड़ा हुआ पाया, उसकी Pelvic Bone (कूल्हे की हड्डी) टूटी हुई थी, हाथ-पैर विकृत थे और उसकी आंखों में चश्मे के टुकड़े टूटे हुए थे और लगातार खून बह रहा था।

लड़की के पिता बताते है की मेरी बच्ची के दोनों टांगो को चीर दिया गया था, मेरी बच्ची की आंखों से खून निकल रहा था, एक ने नहीं कई लोगों ने रेप किया था।

उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था, उसके दोनों पैर राइट एंगल में पड़े हुए थे, एक पैर बेड के इस तरफ और एक पैर बेड के उस तरफ।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके शरीर में 150 ग्राम वीर्य पाया गया यानि 15 से ज्यादा बार उसके साथ बलात्कार किया गया।

मूर्ख वे थे, जिन्हें यह उम्मीद थी कि निर्भया मामले के बाद सुधार होंगे। 12 साल हो गये लेकिन अबतक कुछ नहीं बदला है। इतना कुछ होने के बाद भी अब तक दरिंदों की गिरफ्तारी नहीं।

रिपोर्ट-आशीष कुमार।