डी. एस. डब्ल्यू. एस संस्था द्वारा कैरिटास इण्डिया के सहयोग से स्वरक्षा मानव तस्करी रोध कार्यक्रम के अंतर्गत , विश्व मानव तस्करी रोध दिवस के अवसर पर 2 दिवसीय जागरूकता वाहन चलाया गया । जिसमें मिहींपुरवा के विभिन्न गाँव ककरहा, चुरवा,अहिरान पूर्वा, खमारिय, भगड़िया, पश्चिमपूर्वा, मक्षर मरवा, सेमराहना, नई आवादी,गौरा,चमरन पूर्वा, कमलापुरी, बल्लीपुरवा,बीचपरी, गुजरहना, मोतीपुर, मिहींपुरवा,
कदमपुलिहा, गौपिया बैराज,सर्रा, कासोंजी, मझगवां,पौन्दा, डीला, बलाई गांव,आचकवा, चौधरी गांव, सर्रा मंदिर, मतेही, पडरिया, खैरी पूर्वा, बोटानिया, परवानी,गौड़ी, कुड़वा, घुमनाभरु, सलारपुर, मुर्तिहा व मुर्तिहा कालोनी आदि लगभग 40 गाँव के लोंगों को मानव तस्करी के विषय में जागरूक किया गया कि मानव तस्करी एक अपराध है। साथ ही बाल श्रम, बाल विवाह, घरेलू हिंसा व विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई। साथ ही परियोजना समन्वयक राजेश कुमार द्वारा बताया गया मानव तस्करी दुनिया का दूसरे स्थान का सबसे अधिक फायदे वाला गैर कानूनी संगठित व्यापार है। जिसमें लोंगों को बहला फुसला कर जोर जबरदस्ती से लालच दे कर डरा धमका कर एक जगह से दुसरे जगह ले जाते है और बन्धक बना कर काम करवाते है । शारीरिक , मानसिकता व लैंगिक शोषण भी करते है। जिसमें लोंगों को पम्पलेट व बाँटे गए और स्टीकर लगाये गए जिसमे आवश्यक्ता पड़ने पर हेल्पलाइन नम्बर पुलिस 112, चाइल्ड लाइन 1098, महिला पॉवर 1090, वन स्टॉफ सेंटर 181, एम्बुलेंस 102, शास्त्र सीमा बल 1903, मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 1076 आदि के विषय मे जागरूक किया गया। जागरूकता अभियान का समापन घुमनाभरु ग्राम प्रधान विनोद द्वारा किया गया जिन्होंने कहा ऐसे कार्यक्रम की जरूरत है भारत नेपाल सीमा होने के कारण तस्करी होने की संभावना अधिक बानी रहती है। मैं संस्था DSWS का धन्यवाद करता हूँ। जिन्होंने ये कार्यक्रम हमारे गांव क्षेत्र में प्रारम्भ किया।