ठंडी पड़ी कंबल वितरण की कवायद जागरण विशेष

बाराबंकी : दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह की शुरुआत के साथ ही गलन बढ़ने लगी है, लेकिन जरूरतमंद खुले आसमान के नीचे ठिठुरने को विवश हैं। जिले में अब तक कहीं भी कंबल का वितरण होना तो दूर, उसकी पहली खेप ही चयनित एजेंसी की ओर से नहीं भेजी जा सकी है। प्रशासन इसकी वजह भले ही जेम पोर्टल से कंबल खरीद को बता रहा हो, पर कंबल के अभाव में ठंड से होने वाली मौतों की जिम्मेदारी से प्रशासन का बचना मुश्किल होगा। बीते वर्ष करीब 12 लोगों की ठंड से मौत हुई थी।


जिले में फुटपाथ पर रहने वाले लगभग 998 लोगों को वर्ष 2018-19 में नगर पालिका और नगर विकास अभिकरण (डूडा) की टीम ने चिन्हित किया था। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी लगभग 71 हजार लोग चिन्हित हैं जो पॉलीथिन तानकर और झोपड़पट्टी या कच्चे घरों में रहते हैं।


कितना आंवटित हुआ बजट


कंबल खरीद के लिए तहसीलवार जिले में 30 लाख रुपये मिले हैं। इनसे 6,500 कंबलों की खरीद करनी है। खरीद करने की प्रक्रिया में प्रशासन व्यस्त दिखाई दे रहा है, लेकिन प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।


किस संस्था को करनी है आपूर्ति


जेम पोर्टल (सरकारी ई-बाजार) से कंबलों की खरीद इस बार होनी है। पहले तो प्रशासन ने यूपी हैंडलूम को चुना, लेकिन बाद में इसे रिजेक्ट कर यूपिका के कंबलों को खरीद के लिए हरी झंडी दे दी। अब यह संस्था कंबल खरीदकर लगभग एक सप्ताह के अंदर सप्लाई कर देगी। बढ़ रही ठंड के चलते समस्या उत्पन्न हो रही है।



रेलवे स्टेशन पर ठंड में ठिठुरते यात्री ' जागरण


कंबल खरीद के लिए मिले थे 30 लाख रुपये, 6,500 जेम पोर्टल पर दिया गया ऑर्डर, कंबल आने में लग सकता है एक सप्ताह


लाख कंबल खरीद के लिए मिली धनराशि


खरीदे गए कुल कंबल


हजार ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों की संख्या


जेम पोर्टल पर कंबलों की खरीद कर ली गई है। नवाबगंज तहसील को सिर्फ दो कंबल ज्यादा दिए जाएंगे, जबकि अन्य सभी तहसीलों को बराबर कंबल मिलेंगे। जेम पोर्टल की संस्था जल्द ही कंबल उपलब्ध करा देगी, जिसका वितरण शुरू करा दिया जाएगा।


संदीप गुप्ता, अपर जिलाधिकारी


तहसीलों को आवंटित हुए ये कंबल


नवाबगंज तहसील - 1,100 कंबल


सरौलीगौसपुर तहसील-1,098


रामसनेहीघाट तहसील-1,098


रामनगर तहसील-1,098


हैदगरढ़ तहसील-1,098


फतेहपुर तहसील-1,098