फतेहपुर (बाराबंकी) : 'जलाओ दीये पर रहे ध्यान इतना, अंधेरा धरा पर कहीं रह न जाए' गीतऋषि गोपाल दास की इन पंक्तियां ने देव दीपावली पूर्णिमा महोत्सव के आयोजक ही नहीं श्रद्धालुओं को भी प्रेरित करने का काम किया है। अमावस्या पर चंद दीये भी अपनी उपस्थिति का सहज अहसास करा सकते हैं, लेकिन पूर्णिमा पर चंद्रमा की रोशनी के आगे हजारों दीये जुगनू भी नजर आएं तो यह भगीरथ प्रयास बन पड़ता है। कुछ ऐसे ही प्रयासों का साक्षी है शक्तिधाम महादेव तालाब। यहां बीते तीन वर्ष से देव दीपावली पूर्णिमा महोत्सव मनाया जाता है। अंधेरे को मिटाने का संकल्प कहें या हर कोने को रोशन करने की जिद या फिर महोत्सव के प्रति प्रगाढ़ होती आस्था। साल दर साल यह कारवां बढ़ रहा है। मंगलवार की देर रात हुए आयोजन में क्षेत्रीय विधायक साकेंद्र प्रताप सिंह की मौजूदगी में श्रद्धालुओं ने हजारों दीयों से तालाब को रोशन किया।
बाबा तेरा-मेरा रिश्ता पुराना है:महोत्सव में सांवरिया म्यूजिकल ग्रुप एंड जागरण पार्टी के बैनर तले भजन गायकों की प्रस्तुतियों का श्रद्धालुओं ने झूमकर आनंद उठाया। प्रयागराज की जूली सिंह ने बाबा तेरा-मेरा रिश्ता पुराना है शुरुआत की तो रातभर नानपारा के कुमार शानू और स्थानीय रविकृष्ण दीक्षित, शिवम, आकाश गुप्ता व राजन की प्रस्तुतियों पर श्रद्धालु भक्ति रस में स्नान करते रहे। इस दौरान एसडीएम पंकज सिंह, सीओ अर¨वद कुमार वर्मा, राजेश पाठक, रामू तिवारी, विनोद निगम, मोहन रस्तोगी, अमरेंद्र पाठक, केके जैन आदि मौजूद रहे।