अभियान की सफलता पर सवाल, नहीं दिखी जागरूकता
संसू, बाराबंकी: बढ़ते सड़क हादसों से चिंतित सरकार ने भले ही इन पर अंकुश लगाने के लिए यातायात के नियमों को सख्त बना दिया हो पर जमीन पर यह महज कागजी दस्तावेज बनकर रह गए हैं। जिले के आला अफसर हेलमेट बांटकर जहां लोगों को जागरूक कर रहे हैं वहीं पुलिस व यातायात कर्मी कार्रवाई का भय दिखाकर उनको नियमों का पालन करने की सीख दे रहे हैं। नियमों की अनदेखी करने पर जुर्माने की राशि भी कई गुना बढ़ा दी गई है। पर, हैरत की बात है कि जिन पर इन नियमों का पालन कराने का जिम्मा है वे ही नियमों को ताख पर रखे हुए हैं। शनिवार को जहां कई स्थानों पर वाहनों की चेकिंग कर नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई की गई वहीं कई पुलिसकर्मी ही बिना हेलमेट फर्राटा भरते नजर आए।
शनिवार को पटेल तिराहे पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इस दौरान कई पुलिसकर्मी बिना हेलमेट फर्राटा भरते निकले लेकिन, उन पर चेकिंग करने वाले कर्मियों ने भी ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। नियमों की अनदेखी के कुछ ऐसे ही दृश्य नाका सतरिख, पुलिस लाइन चौराहा, रामनगर तिराहे, छाया चौराहे पर भी देखने को मिले।
सिर पर नहीं बाइक में लगा हेलमेट : जिले के 22 थाना क्षेत्रों में चेकिंग अभियान चल रही है। इस अभियान को लेकर लोग भी जागरूक नहीं हैं। कई वाहनों पर हेलमेट टंगा दिखा। कुछ लोगों ने जैसे ही चेकिंग होते देखी, हेलमेट लगा लिया और चालान से बच गए।
डग्गामार वाहनों की हुई चेकिंग
बरेठी : देवा चिनहट मार्ग पर वाहन चेकिंग के दौरान डग्गामार वाहनों का चालान किया गया। अभियान के चलते टैक्सी और अन्य वाहनों का संचालन कुछ देर तक बंद हो गया। विश्वविद्यालय की छात्र अमीषा, रचना, उपासना, निहारिका आदि ने बताया कि लखनऊ नगर निगम की बस सेवा चारबाग से देवा तक उपलब्ध हो जाती थी, लेकिन अब नहीं मिलती है। आज तो डग्गामार वाहन भी नहीं मिल रहे हैं।