बाराबंकी । पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व0 इन्दिरा गांधी में अपार साहस, निर्णय शक्ति और धैर्य था ।आज इन्दिरा गांधी को सिर्फ इस कारण नही जाना जाता है कि वो पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी थी बल्कि इन्दिरा गांधी अपनी प्रतिभा, राजनैतिक दृृढता, अदम्य साहस के लिये विश्व के राजनैतिक इतिहास में जानी जाती है। बैंको का राष्ट्रीयकरण, हरित क्रन्ति योजना, बंग्लादेश को स्वतंत्र राज्य बनाना, पेटेण्ट अधिनियम प्रिवीपर्स की समाप्ति निर्णय के लिये हमेशा जानी जायेगी। हमारी प्रिय नेता स्व0 इन्दिरा गांधी ने भारत के लोगो को देश की सम्पत्ति का असली मालिक बनाया तथा खेतो और कारखानो दोनो जगहो से सामंतवाद खत्म किया तथा देश के संसाधनो को लोगो के दरवाजे तक पहुँचाया।आज उनकी जयन्ती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ उन्हे दिल की गहराईयो से याद करके उनके दिखाये गये रास्ते पर चलने का संकल्प करके श्रद्धा सुमन अर्पित करते है।
उक्त उद्गार उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता तनुज पुनिया ने आज कांग्रेस कमेटी कार्यालय एवं राज्यसभा सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया के ओबरी आवास पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी की जयन्ती के अवसर पर कांग्रेस परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन तथा संचालन मीडिया प्रभारी सरजू शर्मा ने किया। जयन्ती कार्यक्रम के पश्चात् कांग्रेस परिवार के सदस्यो के साथ तनुज पुनिया तथा मो0 मोहसिन ने जिला अस्पताल पहुंचकर मरीजो में फल वितरित किया।
स्व0 इन्दिरा गांधी की जयन्ती के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन ने उनके चित्र पर माल्यार्पण करने के पश्चात् अपने सम्बोधन में कहा कि आजाद भारत की हमारी नेता पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व0 इन्दिरा गांधी अकेली ऐसी महिला थी जो आज भी अवाम के दिलो में बसती है। इन्दिरा जी ने एक प्रधानमंत्री के रूप में विभिन्न चुनौतियो का मुकाबला करने में सफलता प्राप्त की। युद्ध हो, विपक्ष के वार हो, कूटनीति का अन्तर्राष्ट्रीय मैदान हो अथवा देश की कोई समस्या हो ।इन्दिरा जी ने अपने को हमेशा सफल साबित किया है, आज जो लोग देश की सत्ता पर काबिज है और कह रहे है कि कांग्रेस ने 70 सालो की अपनी सरकार में देश के लिये कुछ नही किया उन्हे मै स्पष्ट रूप से बताना चाह रहा हूँ कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने देश में सत्तर साल नही 54 साल आठ महीने राज किया और आज की भाजपा सरकारो ने उतना भी काम नही किया है जितना इन्दिरा जी ने इन्दिरा नहर बनवाकर किया था। इन्दिरा जी अपने बचपन से लेकर अन्त समय तक विषम परिस्थितियो के बावजूद धर्म निरपेक्षता के अपने संकल्प पर चट्टान की तरह खडी रही और 19 नवम्बर 1917 की जन्मी हमारी प्रिय नेता 31 अक्टूबर 1984 को अपने सिद्धान्तो के लिये शहीद हो गयी।
इन्दिरा गांधी के जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धासुमन अर्पित करने तथा जिला अस्पताल में फल वितरण करने वालो में मुख्यरूप से निवर्तमान अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा, नगर अध्यक्ष इरफान कुरैशी, मीडिया प्रभारी सरजू शर्मा, के0सी0 श्रीवास्तव, सुनील गौतम, ज्ञानेश शुक्ला, अकील अंसारी, विशाल वर्मा, जयंत गौतम, प्रदीप मौर्या, राजू यादव, प्रताप वर्मा, सुरेश चन्द्र वर्मा, अरशद अहमद, सिकन्दर अब्बास रिजवी, विक्रान्त सैनी, विजय पाल गौतम, मो0 आरिफ, मो0 अकरम, अनूप सिंह, वीरेन्द्र सिंह, संजीव मिश्रा, मो0 इकराम, योगेश गुप्ता, मंजीत गिहार, मुईनुद्दीन अंसारी, जफरूद्दीन, प्रशान्त सिंह, सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेस परिवार के सदस्य मौजूद थे।
भारत रत्न स्व0 इन्दिरा गांधी में अपार साहस,निर्णय शक्ति और धैर्य था :- तनुज पुनिया