देवा: सूफी नगरी देवा अतिक्रमण से बेहाल है। सड़कों पर अतिक्रमण ने यहां की सूरत बिगाड़ रखी है। मजार रोड पर दुकानों के आगे लगाई गई बैरिकेटिंग बेमानी हो गई है। इधर-उधर पार्क बेतरतीब वाहनों से जाम लगना आम है। अतिक्रमण विरोधी अभियान भी यहां फ्लॉप हैं।
मजार रोड पर निकलना दुश्वार
सूफी नगरी में प्रतिदिन हजारों की संख्या में जायरीन जियारत के लिए आते हैं।यह मार्ग अतिक्रमण का सर्वाधिक शिकार है। यहां अतिक्रमण रोकने के लिए दुकानों के आगे स्टील की ग्रिल भी लगाई गई थी, लेकिन इसके कोई मायने नही रह गए हैं। यहां बेतरतीब खड़े ठेले भी आवागमन में दुश्वारियां बने हैं।
सड़कों पर पार्क रहते हैं वाहन
कस्बे में पार्किंग सबसे बड़ी समस्या है। यहां हर समय काफी वाहन सड़क पर ही पार्क रहते हैं। जिसके चलते जाम की समस्या बनी रहती है। कौमी एकता गेट पर संचालित टेम्पो टैक्सी स्टैंड भी जाम का मुख्य कारण है। फतेहपुर और कुर्सी रोड पर भी यह समस्या आम है।
बड़े वाहन बने मुसीबत
कस्बे में कुर्सी रोड से आने वाले भारी वाहन अतिक्रमण के चलते मुसीबत बन जाते हैं। संकरी सड़कों के चलते इन वाहनों से प्रायः जाम लग जाता है। इन्हें बाइपास से गुजारने की मांग नगर वासी अरसे के कर रहे हैं।
अतिक्रमण विरोधी अभियान फ्लॉप शो
नगर पंचायत जब- तब अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाता है परंतु अगले दिन फिर स्थिति फिर ज्यों की त्यों हो जाती है। जिसके चलते कस्बे में अतिक्रमण की समस्या नासूर बनती जा रही है।